खागा/फतेहपुर। सरकार सस्ते गल्ले की दुकानों पर केरोसीन (मिट्टी के तेल का) वितरण दो वर्ष पहले बंद कर चुकी है लेकिन कुछ उपभोक्ताओं का अंगूठा लगने पर साफ्टवेयर पर अब भी केरोसीन का विकल्प आ रहा है। ऐसे मामले को लेकर राशन की दुकान पर कुछ कार्ड धारकों ने केरोसीन की मांग की।
विजयनगर स्थित एक राशन की दुकान पर कार्ड धारकों का कहना है कि जैसे ही मशीन पर अंगूठा लगाते हैं तो सामने गेहूं चावल की तरह केरोसीन का विकल्प भी आ रहा है। उपभोक्ता डीलर से केरोसीन की मांग कर रहे हैं लेकिन डीलर के पास केरोसीन नहीं है तो वह वितरण कैसे करें। स्थानीय लोगों ने कार्ड धारकों को समझाने का प्रयास किया। पूर्ति निरीक्षक चंद्र भूषण मिश्र ने बताया कि शासन स्तर से राशन वितरण का सॉफ्टवेयर संचालित होता है, इसमें तकनीकी गड़बड़ी से केरोसीन वितरण का विकल्प आ रहा होगा। संबंधित डीलर से जानकारी कर शासन स्तर पर अवगत कराया जाएगा।
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पीएम-सीएम की फोटो लगे पैकेट का हो रहा वितरण
चुनाव आयोग के निर्देश पर भले ही जिला प्रशासन ने राशन वितरण में पीएम व सीएम के फोटो लगे रिफाइंड चना व नमक के पैकेट वितरण करने पर रोक लगा दी हो लेकिन कई दुकानों पर अभी इन फोटो पर बिना स्लिप लगाए ही वितरण हो रहा है। पूर्ति विभाग ने दोनों नेताओं के फोटो पर सिर्फ स्लिप लगाकर ही वितरण करने के निर्देश दिए हैं उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट – रणवेन्द्र प्रताप हेगड़े