इटावा-वीर विक्रम संवत 2550 जैन नव वर्ष के शुभारंभ पर विश्व जैन संग़ठन के पदाधिकारियों ने भर्थना स्थित वृद्धा आश्रम में रह रहे बुजुर्गों के बीच जाकर धूमधाम से मनाया। विश्व जैन सगंठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन बेटू के नेतृत्व में संग़ठन के सदस्यो ने वृद्धावस्था में अनाथालय में रहे रहे पचास बुजुर्गों को भोजन,फल, मिठाई एवं दवा प्रदान कर उन्हें पटका पहनाकर सम्मानित कर जैन नव वर्ष की शुरुआत कर विश्व शांति की कामना की। इस मौके पर जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर के सन्देश जिओ और जीने दो को बताया एवं उसका अनुशरण करने की शपथ दिलाई। संग़ठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन ने बताया जैन नववर्ष दीपावली से अगले दिन शुरू होता है, मान्यता के अनुसार भगवान महावीर स्वामी को दीपावली के दिन ही मोक्ष प्राप्ति हुई थी इसके अगले दिन ही जैन धर्म के अनुयायी नया साल मनाते हैं इसे वीर निर्वाण संवत कहते हैं वीर निर्वाण संवत (युग) एक कैलेंडर युग है जिसकी शुरुआत 15 अक्टूबर 527 ई.पू. से हुई थी। यह 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण का स्मरण करता है यह कालानुक्रमिक गणना की सबसे पुरानी प्रणाली में से एक है जो अभी भी भारत में उपयोग की जाती है। इस अवसर पर संग़ठन के महामंत्री राजीव जैन रपरिया, कोषाध्यक्ष मनोज जैन एलआईसी, मीडिया इंचार्ज नितिन जैन, मयंक जैन, सुनील जैन कोरियर, शेखर जैन आदि मौजूद रहे।