खागा (फतेहपुर)धाता विकास खण्ड क्षेत्र के पाई गांव में चल रही चकबंदी के कारण चकबंदी लेखपाल व कानून गो की खाऊं कमाऊ नीतियों के चलते गाटा संख्या 411 की भूमि धरी जमीन पर निर्मित गौशाला का मामला सुलझ नही पा रहा है।जिसकी शिकायत डीएम सहित चकबंदी अधिकारियों व सम्बन्धित विभागों एवं दर्जनों से अधिक आमरण अनशन करने के बाद भी अभी तक सुलझने का नाम नहीं ले पा रहा है।जिसे लेकर पीड़ित दिनांक 10 अक्टूबर 2023 से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। और अभी तक अधिकारियों का मात्र आश्वासन ही मिलता चला आ रहा है।
बताया जाता है कि खागा तहसील क्षेत्र के धाता ब्लाक अन्तर्गत पाई गांव में वर्ष 2019 से चकबंदी का कार्य चल रहा है। और चकबंदी लेखपाल संदीप व कानून गो लालबहादुर दोनों लोगों ने गाटा संख्या 413 में बनी डामर रोड को अवैध बताते हुए गाटा संख्या 411 पर अंकित मालिकानो की भूमि धरी जमीन पर सड़क होने को बताकर उन्हे इधर उधर भटका रहे।जबकि चकबंदी एडिशनल अधिकारी के दिनांक 29/10/2023 के आधार पर चकबंदी कर्मियों ने दिनांक 5/11/2023 को भूमि की पैमाइश कर गौशाला की बाउंड्री आदेश पर निर्मित करा दिया। और अब चकबन्दी लेखपाल व कानून गो उसी भूमि को गलत बता कर खाता खतौनी का कृम संख्या 116 पर जगतपाल पुत्र सूबेदार को गाटा संख्या 411 की भूमि धरी जमीन को दिलाना चाहते।जबकि जगतपाल की जमीन श्रेणी क संकमणीय भूमिधर पर गांव की खसरा संख्या 934,0 936, 956 ,957,962,967,969 आदि नम्बरआनओ पर अंकित है।वही अनशन कर्ता रवि करन सिंह ने बताया कि 413 नम्बर पर सडक डामर रोड बनी हुई है। चकबंदी लेखपाल व कानून गो गलत निर्माण बता रहे।जबकि सड़क के पश्चिम में 411नम्बर है जिस पर ओम गौशाला बना है। और 407 में झल्लर व रंजन के नाम दर्ज है।भूमि संख्या 408 बन्जर है।409 नम्बर अंसार,लाला व बाबू, मुन्ना के खेत है।410 नम्बरान बन्जर है।411कमलेश व कुशमा देवी का है।412 में तालाब अंकित है।413 डामर रोड बना है। और 414 में शमसान की भूमि है।तथा 405 व 406 नम्बरानो में केशन व गुजरतिया के नाम अंकित है। और दिनांक 10 अक्टूबर 2023 से चकबंदी लेखपाल व कानून गो के विरोध में आमरण अनशन करते हुए रवि करन सिंह ने बताया कि गाटा संख्या 411अचक नम्बर पर बने ओम गौशाला के बीच तरमीनी सडक निरस्त कर चकबंदी लेखपाल संदीप व कानून गो लालबहादुर दोनों लोगों को यहां से हटाकर चकबंदी का कार्य पूर्ण किया जाए।वरना हमारा आमरण अनशन अनवरत चलता रहेगा। और इन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी जिला मुख्यालय सहित तहसील परिसर व गौशाला में लगभग आधा दर्जन बार आमरण अनशन किया गया।हर बार आश्वासन देकर अनशन खत्म करवा देते हैं। और आज तक 411नम्बरान की भूमि नापकर चिंहित नही किया। जिससे ओम गौशाला की बाउंड्री का कार्य पूरा हो सके।