*मुन्नी एक नंबरी अलीशा अंसारी10 नंबरी*

जी हां यह फिल्म का डायलॉग है यह फिल्म शक्ति कपूर कादर खान की भूमिका में बनाई गई थी आज भी इसी फिल्म का दूसरा दृश्य कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव की रहने वाली अलीशा अंसारी पति जान मोहम्मद पुत्री निजामुद्दीन तथा मां मुन्नी बेगम का मामला सामने आ रहा है जिसने पूर्व में कानपुर के रावतपुर चमनगंज बेगमगंज कानपुर देहात थाना जूही जनपद उन्नाव जनपद लखनऊ के मेले तथा सुनारों की दुकान गैंग के साथ चोरी जेब काटने का गोरख धंधा करती आ रही है मां मुन्नी बेगम खाला गुड्दो तथा जीनत अन्य कई महिला का पूर्व में लंबा चौड़ा गैंग है इनकी दहशत भय आज इतनी है कि कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव मनोहर नगर जो की पूर्व में चिनारपुरावा के नाम से जाना पहचाना जाता है सूत्रों से इन महिलाओं का गोरख धंधा क्षेत्र की सीधी शादी महिलाओं को बहला फुसलाकर देहव्यापार का धंधा भी कराती थी सूत्रों से, गुजरात बैंगलोर तथा पाकिस्तान के बड़े-बड़े धन्ना सेटो को महिला बेटियां उपलब्ध कराती थी सूत्रों से पूरे गैंग के तार बड़े-बड़े राजनेताओं बड़े-बड़े अधिवक्ता बड़े-बड़े मंत्री से लेकर कानपुर नगर के डी 2 गैंग से जुड़े हैं सूत्रों से,सन 2016 में थाना जूही से अपराधी महिला अलीशा अंसारी तथा सहेली जीनत सोने चोरी में पकड़ी गई मुकदमा अपराध संख्या 137/16 धारा,380,411
सोना बरामद होने पर सीधे इन दोनों को कानपुर जेल का रास्ता जूही थाना प्रभारी ने दिखाया अब यहीं से शुरू होती है सतिर मां मुन्नी बेगम की कहानी,कोतवाली गंगा घाट मनोहर नगर उर्फ़ चिनारपुरवा क्षेत्र सभासद धर्मेंद्र सिंह पप्पू,(चौहान) के लेटरहेड से मां मुन्नी बेगम ने नगर पालिका गंगा घाट से सर्टिफाइड कराकर अलीशा अंसारी तथा सहेली जीनत को कानपुर न्यायालय अपर सिविल जुडिशल जज, एम एम 4 से सन 2016 में जमानत लेकर जेल से रिया कराया शातिर महिला ने कानपुर न्यायालय की कार्रवाई से बचने के लिए मनोहर नगर घर छोड़कर अलीनगर में जा बसी जब पत्रकार नफीस खान ने इन गैंग के भ्रष्टाचार फर्जी बाड़े की सच्चाई को उजागर किया गया तो अपराधी महिला अलीशा अंसारी ने अपने साथियों संग पत्रकार पर जानलेवा हमला कर दिया सच्चाई से पीछे ना हटता हुआ पत्रकार ने इसकी खोज की तो मालूम हुआ यह 7 साल से कानपुर न्यायालय को गुमराह कर किए गए अपराध से घर बदल कर न्यायपालिका को धोखा दे रही हैं और एक बात है सन 2007 से सन 2018 तक फिरदौस परवीन नाम की महिला द्वारा पढ़ाई की गई जिसमें माता का नाम कहकशा परवीन है जो की अन्य महिला है, गैंग की नाते रिश्तेदार है फिरदौस परवीन द्वारा सन 2020 में बार काउंसिल प्रयागराज से सदस्यता पंजीकृत नंबर,Up02898/2020 कराया है पत्रकार ने इसकी जांच कराई तो पता चला मार्कशीट और डिग्री के फार्म में अन्य महिलाओं की फोटो चस्पा है आज तक कोतवाली गंगा घाट क्षेत्र की विधानसभा लोकसभा सभासद के निर्वाचन में वोटर लिस्ट में ना तो कहकशा परवीन है ना फिरदौस परवीन नाम की महिला है, सन 2014 में जब भाजपा शासन देश उत्तर प्रदेश में आया तो पहचान पत्र को कन्वर्ट कर आधार कार्ड के रूप में कर दिया गया इसी फेर बदल का लाभ लेते हुए मां मुन्नी बेगम एक नंबरी अपराधी महिला 10 नंबरी ने ऐसा खेल रचा किए गए अपराध से भी मुक्त हो गई दोनों जो संगीन अपराधी है आज सीना तानकर न्यायालय मजिस्ट्रेट उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन के सामने खड़ी होकर गुमराह कर रही है इनके गैंग के बारे में श्रीमान चीफ जस्टिस न्यायाधीश महोदय दिल्ली तथा श्रीमान चीफ जस्टिस न्यायाधीश महोदय प्रयागराज श्रीमान बार काउंसिल प्रयागराज अध्यक्ष महामंत्री मुख्यमंत्री योगी जी बार एसोसिएशन महोदय उन्नाव अध्यक्ष महामंत्री श्रीमान डीजीपी लखनऊ कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महोदय राज महिला आयोग लखनऊ उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महोदय मानवा अधिकार आयोग लखनऊ उत्तर प्रदेश श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद उन्नाव को इन गैंग के बारे में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया परंतु किसी के जु तक ना रहेगी ना तो इन पर जांच की गई और ना ही इन गैंग पर अभी तक कोई विधिक कानूनी कार्रवाई की गई अब सवाल यह उठता है उत्तर प्रदेश शासन क्या इन गैंग के आगे लाचार है आखिर इन पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही सच्चाई भी दिखाई गई अवगत भी कराया गया आखिर उत्तर प्रदेश शासन उनके मामले से मौन क्यों है
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