हथगांव थाना क्षेत्र के अधिकतर गांवों में इन दोनों मादक पदार्थ स्मैककी बिक्री जोरों पर है। पुलिस की सह पर दिख रही इस मैक मैं अंकुश नहीं लग पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में दिनभर स्मैक की बिक्री से जमावड़ा लगने से जहां लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है वही युवा पीढ़ी पथ भ्रमित हो रही है।
सूत्रों के अनुसार थाना क्षेत्र के अधिकतर गांवों में इन दिनों मादक पदार्थ स्मैकबिक्री का गढ़ बना हुआ है। बताया जाता है कि पुलिस की सह पर लंबे अरसे से स्मैक की बे खौप बिक्री हो रही है।
स्मैक पीने के शौकीन लोग अपने-अपने साधनों से सुबह से ही पहुंचना शुरू कर देते हैं। आसान पूर्वक स्मैक की पुड़िया मिलने के बाद वह वहीं पर अपना नशा पूरा करने लगते हैं। एक के बाद एक स्मैकियों के पहुंचने से अच्छा खासा जमावड़ा लग जाता है।
सूत्रों की माने तो इस स्थान पर फुटकर के साथ ही साथ थोक दर पर भी स्मैक बेची जाती है। मौजूदा समय में बाराबंकी व कानपुर से स्मैक की खेप हर हफ्ते चार पहिया वाहनों से आ रही है। इस धंधे से जुड़े लोगों ने अपने साथ कुछ महिलाओं को भी जोड़ रखा है। ताकि उनका यह धंधा आसान पूर्वक चलता रहे। खास बात यह है कि स्मैक कारोबारी अपने साथिर दिमाग के चलते हथगांव थाना क्षेत्र के साथ ही सुल्तानपुर घोष थाना क्षेत्र के कई गांवों में भी इस धंधे में लोग मोटी रकम कमा रहे हैं। पुलिस भी मालामाल हो रही है। पुलिस के रहते गांव में अवैध कारोबार फल फूल रहा हो यह बात पच नहीं रही है। लोगों का मानना है कि बिना पुलिस के मिली भगत से अवैध धंधा चल ही नहीं सकते। ऐसा नहीं कि अधिकारियों को सब मालूम नहीं वह सब जानते हैं धन कहां से आता है और कैसे आता है। यही कारण है दोनों थानों के सीमावर्ती पर बसे इन तमाम गांव में वह बैखौफ अपना कारोबार कई वर्षों से संचालित किए हुए हैं। हालांकि 1 वर्ष पूर्व यह धंधा चर्चा में आने पर थाना पुलिस को मजबूर होना पड़ा था तब पुलिस ने इस कारोबारी के ऊपर दबाव बनाकर अपनी गिरफ्त में लिया था और स्मैक की बजाय लंबी चौथ लेकर गांजा लगाकर उसे जेल भेजा था फिर भी पुलिस ने धंधे से जुड़े कारोबारी को लंबी छूट देकर स्मैक की बिक्री का सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी किए हुए हैं।
ग्रामीण बताते हैं कि खुलेआम स्मैक
की बिक्री होने से गांव का वातावरण दूषित हो चुका है। दिनभर इसमैकियों के जमावड़े से किसी न किसी तरह की घटना की आशंका बनी रहती है युवा पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा है कई बार स्थानी थाना पुलिस को इस बाबत सूचित किया गया परंतु पुलिस ने इस पर अंकुश लगाने की जरूरत नहीं समझी।
ग्रामीणों का कहना है कि मादक पदार्थ की इन बिक्री पर अगर जल्द रोक नहीं लगाई गई तो वह मजबूरन आंदोलन करेंगे।