फतेहपुर..जिले के हसवा विकास खंड के ग्राम पंचायत कोर्रा सादात में बिजली व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की उदासीनता देखने को मिल रही है। ग्राम पंचायत के मजरे बुच्ची का पूरवा में 25 केवी ट्रांसफार्मर में 73 उपभोक्ता बिजली का उपयोग कर रहे हैं। उपभोक्ताओ ने अनेकों बार बिजली विभाग के अधिकारियों को सूचित किया किंतु ट्रांसफार्मर की क्षमता नहीं बढ़ाई गई।जिसको लेकर ओवरलोड ट्रांसफार्मर एक माह में पाँच बार जल चुका है।
विद्युत् उपकेंद्र असोथर से थरियाँव फीडर के माध्यम से बुच्ची का पुरवा मजरे कोर्रा सादात बिजली आपूर्ति दी जा रही है। गांव किनारे लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर महीने में 5 बार जल चुका है बार-बार जलने से परेशान ग्रामीणों ने ओवरलोड ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने के लिए विभाग के जेई व एसडीओ को लिखित व मौखिक रूप पर अवगत कराते आए हैं। लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। 5 दिन पूर्व लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने के कारण 5 दिन भी नहीं चल सका। वैसे तो ग्रामीण खेतों की सिंचाई करने के लिए बिजली का पल पल इंतजार करते हैं। तो वही रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बिजली पर न होने से साधनों के उपयोग के लिए परेशान हो रहे हैं। ओवरलोड के चलते आज दिन शनिवार को भी गांव किनारे लगा 25 केवीए का ट्रांसफार्मर ओवरलोड के चलते धू-धू कर जल गया। उपभोक्ताओ ने जब जलने की शिकायत किया तो अधिकारियों का वही रटा- रटाया जवाब फिर मिला। ऑनलाइन कम्पलेन कर दो और ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जाएगी।
गाँव के धर्मेंद्र यादव क्या कहते हैं..
बुच्ची का पूरवा मजरे कोर्रा सादात निवासी धर्मेंद्र यादव बताते हैं। कि बिजली की समस्या से गांव के सभी लोग परेशान हैं 5 दिन पूर्व रखा ट्रांसफार्मर ओवरलोड के चलते जल गया है जिसको बदलने के लिए अब फिर वही प्रक्रिया करनी पड़ेगी जबकि अधिकारियों से क्षमता बढ़ाने के लिए निरंतर बात की जा रही है किंतु विभागी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पूर्व ग्राम प्रधान राजेंद्र मौर्य क्या कहते हैं..
चक कोर्रा सादात के पूर्व प्रधान राजेंद्र मौर्य बताते हैं कि 25 केवीए का ट्रांसफार्मर बुच्ची का पुरवा में लगा है जिस पर 73 कनेक्शन धारी है ओवरलोड के चलते ट्रांसफार्मर जलता रहता है। विभागीय अधिकारियों को क्षमता बढ़ाने की बात की जाती है। किंतु विभाग की लापरवाही के कारण क्षमता वृद्धि नहीं की जा रही।
गाँव के गुड्डू पाल क्या कहते हैं..
बच्ची का पुरवा निवासी गुड्डू पाल बताते हैं। कि एक वर्ष में लगभग 20 बार 25 केवीए का ट्रांसफार्मर जल चुका है। महीने में मात्र 5 दिन ही बिजली मिल पा रही है और बिल पूरे माह का देना पड़ता है। रोजमर्रा की जरूरत को पूरा करने के लिए दूसरे कस्बों में जाना पड़ता है।
इनसेट . . जिम्मेदार क्या बोलते है,,
असोथर उपकेंद्र जे. ई. कमल कुमार बताते हैं कि ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि के लिए स्ट्रीमेट बनाकर ए.सी. कार्यालय को प्रेषित किया जा चुका है । जैसे ही अनुमति मिल जाएगी 63 का ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराया जाएगा ।