पेट्रियोट चीफ ऑफ चेम्पियन शिवसेवक शिव करन
उत्तर प्रदेश जिला फतेहपुर जो पावन वीर बलिदानी दोआबा अमर सूरमाओं की धरती कही जाती हैं 25 मार्च 2022 ब्लाक देवमई थाना औंग अन्तर्गत गाँव खरौली श्री माता वैष्णों देवी नकटा रौली सिद्ध शक्ती पीठ मन्दिर पुजारी देशभक्त शिवसेवक वैष्णोंदास शिवकरन नंगे पाँव अकेले राष्ट्र का कीर्तिमान तिरंगा सर्वशक्तिमान महाशक्ती ध्वजा पूजन कर
राष्ट्रीय सैन्यरक्षक संयुक्त कल्याण सबके साथ न्याय हो दृड़ संकल्प लेकर नवयुवाओं को जगाते आज आजादी जो हम सबको मिली हैं इसलिए नही सूनसान गलियों चौराहों बस स्टाप जैसे सार्वजनिक धार्मिक स्थानों में नशे में लुढक़नेएक्सीडेंट जैसे कईअनैतिक अपराध करने के लिए कई असंख्याो भाई बहेन बुजुर्गों अजन्मा बच्चे अपनी मांओं के साथ फांसी अंग्रेजो की गोलियों तलवारों में कट बलिदान हुए हैं तब जाकर यह स्वतन्त्रता का सवेरा मिला हैं उन्हें भुलाया या इतिहास के पन्नों दबाया न जाये आने वाले हर छोटे से छोटे बडे़ त्यौहार पर हर माता पिता अपनें परिवार को एकत्र कर बताये हमने कितने अपने पूज्य आदर्श बुजुर्ग बहेन भाईयों को खोया हैं तब जाकर हम यह त्यौहार मना रहे हैं और बच्चों में राष्ट्रहित प्रेम भावना भर ऐसे बनाये “मरना हैं तो मरो राष्ट्रहित ऐसे मरने में क्या रख्खा है , भारत माँ भी गर्व करे कितना प्यारा मेरा बच्चा है ” जन जागरण करते स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजली देते याद में नीम पीपल बरगद आम आंवले जैसे जीवन उपयोगी सामूहिक पूर्वांचल मध्यांचलपश्चिमांचल उत्तराचंल हिमांचल प्रदेश जगह जगह वक्षारोपण कराते जम्मू कश्मीर किश्तवाड़ 30 नवम्बर 2022 नीलम घाटी चाईना बार्डर श्री चण्डी मचेल माता के दरबार पहुंच तिरंगा महाशक्ती ध्वजा चढ़ा पुजारी के साथ हवन पूजन कर सरहद पर तैनात जल थल वायु तीनों सेनाओं के लिए दैवीय सुरक्षा शक्ती मिलने राष्ट्रहित की मंगल कामना कर लोगों में सेनाओं के प्रति सम्मान भाव भरते रामेश्वरम कन्याकुमारी दूसरी बार पैदल जा रहे हैं हम सभी देवी-देवताओं की पूजा आराधना करते है बदले में वह हमें सुख शान्ती आगे बढने का आशिर्वाद देते हैं और जो सीमा पर हमारें जवान पूरे देश की रक्षा के लिए रात दिन गर्मी वर्षा ठण्ड हर मौसम की तकलीफों को सहते हुए बीस-बीस कि.लो.का वजन गोला बारुद उठाये खडे रहते है बदले में हम सब उन्हे कुछ नही देते और आज जो चैन से हम सब है उन्ही की बदौलत वह सीमापर एक पलक भी नही झपकाते उनकी एक पलक का झपकना देश के लिए महासंकट बन सकता है मातृभूमि और शहीदों की बलिदानी आज सीमा पर खडे जवानों का हम सभी के सिर माथे पर कर्ज है हम सबका भी कर्तव्य बनता है ईश्वरीय शक्तियों से उनके हष्ट-पुष्ट बल प्रशन्नचित्त रहने की प्रर्थना करें हर स्थिति परिस्थिति घर गाँव खेत-खलिहान में रहकर प्रर्थना किया जा सकता है मातृभूमि और सीमा के जवानों के लिए हर दिल में सम्मान राष्ट्र प्रेम भक्ती की भावना होनी चाहिए ” जन्मा न कोई हिन्दू मुस्लिम जन्मा न सिक्ख ईसाई , जन्मा है मानव धरती पर मानव बन मेरे भाई ” भेद भावों विषवाद से उपर उठ ईर्ष्या द्वेष त्यागकर मानवता में जीना चाहिए
नित्य याद करो उनको जिनसे स्वतन्त्रता की सांसे मिली है
कुछ सैन्य रक्षकों के लिए करो जिनसे पूरा देश सलामत है
पेट्रियोट चीफ ऑफ चेम्पियन शिवसेवक शिव करन
उत्तर प्रदेश जिला फतेहपुर जो पावन वीर बलिदानी दोआबा अमर सूरमाओं की धरती कही जाती हैं 25 मार्च 2022 ब्लाक देवमई थाना औंग अन्तर्गत गाँव खरौली श्री माता वैष्णों देवी नकटा रौली सिद्ध शक्ती पीठ मन्दिर पुजारी देशभक्त शिवसेवक वैष्णोंदास शिवकरन नंगे पाँव अकेले राष्ट्र का कीर्तिमान तिरंगा सर्वशक्तिमान महाशक्ती ध्वजा पूजन कर
राष्ट्रीय सैन्यरक्षक संयुक्त कल्याण सबके साथ न्याय हो दृड़ संकल्प लेकर नवयुवाओं को जगाते आज आजादी जो हम सबको मिली हैं इसलिए नही सूनसान गलियों चौराहों बस स्टाप जैसे सार्वजनिक धार्मिक स्थानों में नशे में लुढक़नेएक्सीडेंट जैसे कईअनैतिक अपराध करने के लिए कई असंख्याो भाई बहेन बुजुर्गों अजन्मा बच्चे अपनी मांओं के साथ फांसी अंग्रेजो की गोलियों तलवारों में कट बलिदान हुए हैं तब जाकर यह स्वतन्त्रता का सवेरा मिला हैं उन्हें भुलाया या इतिहास के पन्नों दबाया न जाये आने वाले हर छोटे से छोटे बडे़ त्यौहार पर हर माता पिता अपनें परिवार को एकत्र कर बताये हमने कितने अपने पूज्य आदर्श बुजुर्ग बहेन भाईयों को खोया हैं तब जाकर हम यह त्यौहार मना रहे हैं और बच्चों में राष्ट्रहित प्रेम भावना भर ऐसे बनाये “मरना हैं तो मरो राष्ट्रहित ऐसे मरने में क्या रख्खा है , भारत माँ भी गर्व करे कितना प्यारा मेरा बच्चा है ” जन जागरण करते स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजली देते याद में नीम पीपल बरगद आम आंवले जैसे जीवन उपयोगी सामूहिक पूर्वांचल मध्यांचलपश्चिमांचल उत्तराचंल हिमांचल प्रदेश जगह जगह वक्षारोपण कराते जम्मू कश्मीर किश्तवाड़ 30 नवम्बर 2022 नीलम घाटी चाईना बार्डर श्री चण्डी मचेल माता के दरबार पहुंच तिरंगा महाशक्ती ध्वजा चढ़ा पुजारी के साथ हवन पूजन कर सरहद पर तैनात जल थल वायु तीनों सेनाओं के लिए दैवीय सुरक्षा शक्ती मिलने राष्ट्रहित की मंगल कामना कर लोगों में सेनाओं के प्रति सम्मान भाव भरते रामेश्वरम कन्याकुमारी दूसरी बार पैदल जा रहे हैं हम सभी देवी-देवताओं की पूजा आराधना करते है बदले में वह हमें सुख शान्ती आगे बढने का आशिर्वाद देते हैं और जो सीमा पर हमारें जवान पूरे देश की रक्षा के लिए रात दिन गर्मी वर्षा ठण्ड हर मौसम की तकलीफों को सहते हुए बीस-बीस कि.लो.का वजन गोला बारुद उठाये खडे रहते है बदले में हम सब उन्हे कुछ नही देते और आज जो चैन से हम सब है उन्ही की बदौलत वह सीमापर एक पलक भी नही झपकाते उनकी एक पलक का झपकना देश के लिए महासंकट बन सकता है मातृभूमि और शहीदों की बलिदानी आज सीमा पर खडे जवानों का हम सभी के सिर माथे पर कर्ज है हम सबका भी कर्तव्य बनता है ईश्वरीय शक्तियों से उनके हष्ट-पुष्ट बल प्रशन्नचित्त रहने की प्रर्थना करें हर स्थिति परिस्थिति घर गाँव खेत-खलिहान में रहकर प्रर्थना किया जा सकता है मातृभूमि और सीमा के जवानों के लिए हर दिल में सम्मान राष्ट्र प्रेम भक्ती की भावना होनी चाहिए ” जन्मा न कोई हिन्दू मुस्लिम जन्मा न सिक्ख ईसाई , जन्मा है मानव धरती पर मानव बन मेरे भाई ” भेद भावों विषवाद से उपर उठ ईर्ष्या द्वेष त्यागकर मानवता में जीना चाहिए