खखरेरू फतेहपुर क्षेत्र के विकासखंड विजयीपुर के अंतर्गत आने वाले खखरेरु कनपुरवा पावर हाउस में लगातार विद्युत कटौती से उपभोक्ताओं में काफी रोष है व किसानों की धान की रोपाई भी बाधित हो रही है जब कि सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा किया जा रहा है लेकिन यह दावा खखरेरु क्षेत्र में फेल नजर आ रहा है खखरेरु कनपुरवा पावर हाउस में 24 घंटे में मात्र 5 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जाती है जब कि खखरेरु कनपुरवा हाउस में 4 फीडर चल रहे हैं जिसमें विश्व बैंक, धाता , ऐरायां, कोट एवं नगर पंचायत खखरेरू भी स्थापित हैं उपभोक्ताओं ने बताया कि खखरेरु कंनपुरवा पावर हाउस में लगभग 30 /35 वर्ष पूर्व पुरानी तारे होने के कारण कहीं न कहीं तारों का टूटना बना रहता है जिससे बिजली आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो जाती है
दूसरी ओर विद्युत विभाग द्वारा समय-समय पर अवगत कराया जाता है कि खागा से बिजली रोस्टिंग पर है इसलिए आपूर्ति नहीं की जा सकती है सप्लाई आने के बाद बिजली आपूर्ति की जाएगी वहीं
क्षेत्रीय किसानों का कहना है की समय से बिजली भी नहीं मिल रही है व नहर मे परयाप्त पानी न आने के कारण धान की रोपाई भी बाधित हो रही है क्योंकि धान की नर्सरी तैयार होने के वक्त शासन प्रशासन द्वारा जरौली पंप कैनाल से नहरो में पर्याप्त पानी नहीं छोड़ा गया व बिजली आपूर्ति भी समय पर नहीं दी जा रही है एक तरफ सरकार किसानों की आय दुगनी करने का दावा कर रही है वही क्षेत्रीय किसानों को मंहगे दाम में नर्सरी करने के बावजूद समय से रोपाई नहीं हो पा रही है जिससे दुगनी आए तो दूर रकम निकालने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है जेई आदित्य त्रिपाठी का कहना है बारिश होने के कारण विद्युत आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है क्योंकि खंभा गीला होने के कारण कर्मचारियों को हादसा होने का भय बना रहता है तथा पुरानी तार होने के कारण कहीं न कहीं तार टूटने का क्रम लगातार बना रहता है वहीं ग्रामीण किसान बी डी सिहं मुन्ना मिश्रा, प्रकाश मिश्रा, मुस्तफा अहमद, बाबूलाल, रफीक अहमद आदि कृषकों का कहना है कि एक बीघा धान रोपाई के लिए पानी भरने के लिए पर्याप्त बिजली न मिलने के कारण व बार-बार ट्रीपिंग होने के कारण एक बीघा खेत भी तैयार नहीं हो पाया है