असोथर / फतेहपुर :
फतेहपुर असोथर गैर जनपद बांदा के मरका में चल रही मौरंग खदान से खस्ताहाल असोथर के जरौली कौहन मार्ग पर फर्राटा भरते ओवरलोड ट्रकों की वजह से उड़ रही धूल से यहां के बाशिंदे परेशान हैं।
इलाकाई लोगों की मानें तो दिन भर घरों के दरवाजे बंद रखते हैं, इसके बावजूद बर्तन से लेकर फर्नीचर तक में धूल जमी रहती है।
लोगों का कहना है कि जल्द ही इस समस्या से निजात न मिला तो उड़ती धूल के कारण लोग टीबी व अस्थमा जैसी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
वहीं, डॉक्टरों का भी मानना है कि धूल से लोगों को सांस संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
आएं दिन असोथर में की सुबह से निकलते सैकड़ों ट्रकों के खराब होने से व जर्जर मार्ग में फंसने का कारण जाम लगता है।
इससे वाहनों के शोर व धूल से लोग परेशान रहते हैं।
क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि ओवरलोड मौरंग के ट्रकों की आवाजाही से यह मार्ग इस कदर जर्जर हो गया है कि पैदल चलना मुश्किल हो रहा है।
मौरंग लदे ट्रकों के फर्राटा भरने से दिन भर धूल उड़ती रहती है।
इसके चलते सड़क के किनारे मकानों में रहने वालों को ज्यादा दिक्कत हो रही है।
यहां के लोग बताते हैं कि ऐसा कोई कमरा नहीं रहता है, जहां पर धूल की परत न जमी हो।
धूल के कारण महिलाओं को दिन में कई बार बर्तन साफ करने पड़ते है।
असोथर नगर में नई बाजार व प्रतापनगर झाल मोहल्ला सड़क के किनारे बसा है। सबसे ज्यादा दिक्कत इसी मोहल्ले के लोगों को हो रही है।
उधर, असोथर पीएचसी के डॉक्टर नीरज कुमार गुप्ता का कहना है कि लगातार धूल व गर्द के बीच रहने से विशेष तौर पर बुजुर्गों को सांस संबंधी बीमारी की आशंका बनी रहती है।
ठेकेदार नहीं कराते पानी का छिड़काव बढ़ रहे दमा के रोगी
खनन विभाग की गाइड लाइन के मुताबिक, धूल उड़ती सड़क पर ठेकेदार को पानी का छिड़काव करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
गैर जनपद बांदा जिले से आ रही मौरंग खदान से आ रही है, पर कोई भी ठेकेदार सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं कराता है।
इन लोगों का कहना है कि ठेकेदारों से कहकर धूल उड़ती सड़क पर खदान संचालक यदि सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं करते हैं तो इसकी शिकायत प्रशासन के अधिकारियों से भी की जाएगी।