434 ग्राम पंचायतो को माडल के रूप में बनाने के लिए समिति द्वारा किया गया अनुमोदन
चयनित ग्रामों को माडल बनाने के लिए निर्धारित मानक के अनुसार कार्यों को पूरा कराया जाय
फतेहपुर। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के तहत जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, वर्ष 2022-23 में चयनित माडल गांव एवं गंगा ग्राम की भौतिक प्रगति एवं वित्तीय प्रगति, माडल गांव घोषित किए जाने, वर्ष 2023-24 चयनित ग्रामों को माडल किए जाने हेतु अनुमोदन, गोवर्धन योजना के अंतर्गत बायो गैस प्लांट निर्माण, व्यक्तिगत शौचालय की रेट्रोफिटिग, आय व्यय का विवरण आदि बिन्दुओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2 में व्यक्तिगत शौचालय जो चयनित हुए है, उनका शत प्रतिशत सत्यापन कराते हुए निर्माण के लिए जो शेष है, का निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाय। व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए दी गई धनराशि प्रथम किस्त व द्वितीय किस्त कि रिपोर्ट से अवगत कराए साथ ही जिन व्यक्तिगत शौचालयों की जियो टैगिंग अवशेष है को शत प्रतिशत पूरा कराए। व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण की निगरानी पूरी संवेदनशीलता के साथ करे। वर्ष 2022-23 में चयनित 61 माडल गांव एवं गंगा ग्रामों में जो एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन , यू टाइप नाली निर्माण, ई-रिक्शा, सामुदायिक खाद गड्ढा, सामुदायिक कचरा पात्र, हैंडपंप, सोक पिट, भूमिगत नाली निर्माण, सामुदायिक प्लास्टिक बैंक, सिल्ट कैचर, सामुदायिक संस्था हेतु सोक पिट, सामुदायिक इंसिनेटर, सामुदायिक व्यक्तिगत नाडेफ, सामुदायिक वर्मी कंपोस्ट, व्यक्तिगत सोक पिट आदि में जो कार्य चयनित ग्रामों में शेष रह गए है उनको जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश खंड विकास अधिकारियो को दिए। साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि 15 दिन में किए गए कार्य की समीक्षा करे और रिपोर्ट से अवगत कराए। वर्ष 2023-24 में चयनित 434 ग्राम पंचायतो को माडल के रूप में बनाने के लिए समिति द्वारा अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि नियमानुसार कार्यवाही करते हुए चयनित ग्रामों को माडल बनाने के लिए निर्धारित मानक के अनुसार कार्यों को पूरा कराया जाय। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही/शिथिलता क्षम्य नही होगी। गोवर्धन योजना अंतर्गत बायो गैस प्लांट से उत्पन्न होने वाली विद्युत के उपयोग और कहा किया जाना है कि रिपोर्ट से अवगत कराए। व्यक्तिगत शौचालयो की रेट्रोफिटिग के लिए जो शौचालय चयनित किए गए है, के सापेक्ष जिनका कार्य अवशेष है, शत प्रतिशत पूरा कराए। उन्होंने कहा कि जो सामुदायिक नैडेफ बन गए है, किसानों की पराली को जलाने से बचाने के लिए सामुदायिक नाडेफ़ में डालकर खाद बनाई जाय, के लिए कृषि विभाग से समन्वय बनाकर खाद बनाने का कार्य कराया जाय।