श्री नगर : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ हुई दो मुठभेड़ में तीन अफसर सहित एक जवान शहीद हो गया हैं, जबकि तीन आतंकी भी मारे गए हैं.
सेना के अधिकारियों ने कहा कि अनंतनाग जिले के गाडोले इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार (12 सितंबर) की शाम को शुरू हुआ था,
इसी तलाशी के दौरान मंगलवार शाम को आतंकियों के साथ एनकाउंटर शुरू हुआ था. रात में अंधेरे के कारण एनकाउंटर थम गया था, बुधवार की सुबह आतंकवादियों की तलाश फिर शुरू की गई जब सूचना मिली कि उन्हें एक ठिकाने पर देखा गया है. इसी के साथ बुधवार सुबह फिर से एनकाउंटर शुरू हो गया था, जो बुधवार देर रात तक जारी था.
सेना के एक अधिकारी ने बताया कि कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट गोलीबारी में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. बाद में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि भट की जान अत्यधिक खून बह जाने के कारण गई है.
राजौरी में भी हुई आतंकियों से मुठभेड़
जम्मू कश्मीर में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच राजौरी में भी मुठभेड़ हुई. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि राजौरी में बुधवार को ही मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने एक और आतंकवादी को मार गिराया. इससे राजौरी जिले के सुदूरवर्ती नारला गांव में तीन दिन से जारी अभियान के दौरान मारे गए आतंकवादियों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है.
पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस एनकाउंटर में अपने लड़ाके शामिल होने का दावा किया है. रेजिस्टेंस फ्रंट ने सेना व पुलिस अधिकारियों की शहादत की भी जिम्मेदारी ली है. हालांकि उसके दावे पर सेना अधिकारियों ने अभी कुछ नहीं कहा है. फिलहाल एनकाउंटर चल रहा है.
इस मुठभेड़ में सेना के एक जवान और सेना की श्वान इकाई की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर केंट भी शहीद हो गई, जबकि तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने जम्मू शहर के बाहरी इलाके जगती में आईआईटी परिसर में ‘नॉर्थ टेक संगोष्ठी’ से इतर से कहा कि जम्मू-कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा स्थितियों में हो रही प्रगति में बाधा डालने के लिए पाकिस्तान क्षेत्र में विदेशी आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की पूरी कोशिश कर रहा है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में इस साल हुई मुठभेड़ में लगभग 26 आतंकवादी मारे गए और 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर आतंकवादी सीमा पार से इस ओर घुसने का प्रयास करते समय मारे गए.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दुख जताते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियान में दो सैन्य अधिकारियों और एक पुलिस अधिकारी की शहादत के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. मैं दिवंगत आत्माओं की सद्गति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.”