फतेहपुर फाइलेरिया मुक्ति अभियान के आई0डी0 कार्यक्रम के तहत जिला समन्वय समिति की द्वितीय बैठक महात्मा गांधी कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।जिलाधिकारी ने कहा कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए पंचायती राज एवं ग्राम विकास विभाग,एकीकृत बाल विकास विभाग, स्वंय सेवी समूह, शिक्षा विभाग, आदि सम्बंधित विभाग आपस में समन्वय बनाते हुए सकरात्मक करते हुए अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करे। यह अभियान 10 अगस्त से शुरू होगा फाईलेरिया एक वेक्टर जनित रोग है, रोग का प्रमुख वाहक मादा क्यूलेक्स नामक मच्छर है। फाईलेरिया रोग का कारक वुचेरेरिया बैंक्राफ्टाई नामक परजीवी है। उन्होंने कहा कि फाईलेरिया अभियान को सफल बनाने के लिए कार्ययोजना/माइक्रोप्लान बनाकर सम्बंधित अधिकारियों/ कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर दी जाय। उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग ग्रामों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान देते हुए मच्छर जनित परिस्थितियों के नियंत्रण में सहयोग कर नागरिकों को जागरूक करें। खण्ड विकास अधिकारी ग्रामों से फाईलेरिया मुक्त करने के लिए सभी ग्रामों में बैठक आयोजित कराये। फाइलेरिया की दवा खाने के लिए अपने स्तर से ग्राम प्रधान दवा के फायदे बताकर लोगों को दवा खाने के लिए प्रेरित करें। आशा, आगंनबाडी कार्यकत्री घर-घर भ्रमण कर नागरिकों को फाइलेरिया की दवा खिलाये। नागरिकों को फाईलेरिया के बारे में प्रचार प्रसार कराया जाय। स्वंय सेवी समूह ग्राम स्तर पर नागरिकों को फाईलेरिया से बचाव हेतु जागरूक करें। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता क्षम्य नही होगी।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला/पुरुष,जिला मलेरिया अधिकारी,जिला सूचना अधिकारी, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों सहित सम्बंधित उपस्थिति रहे।