… शिकायत सही पाए जाने पर बांदा डीएम ने लगाई है रोक

… निषाद मत्स्य जीवी सहकारी समिति के सदस्यो ने की थी शिकायत

बांदा जिले के डीएम द्वारा मछली शिकार मे रोक लगाए जाने के बाद भी मछलियों का शिकार धड़ल्ले से किया जा रहा है। यमुना नदी के परिक्षेत्र मे मड़ौली से गढ़ा तक जबरन मछली आखेट कराए जाने से डीएम के आदेश की धज्जियां उड़ रही है। ठेकेदार बेखौफ होकर मछली का शिकार करा रहा है। जिससे ग्रामीणों मे नाराजगी है।

शिकायत मे बताया गया है कि दो जिलो के मध्य यमुना नदी मे हो रहे मत्स्य आखेट का लाइसेंस बांदा जिले से जारी किया जाता है। अनियमितता की शिकायत निषाद मत्स्य जीवी सहकारी समिति के सदस्य जमुना प्रसाद व अन्य ने बांदा डीएम से की थी। जिस पर मामले की शिकायत को सही पाए जाने पर डीएम ने लाट संख्या पांच छह पर आखेट करा रहे ठेकेदार को नोटिस जारी करते हुए नियत तिथि पर जवाब देने के निर्देश दिए। लेकिन ठेकेदार द्वारा नियत तिथि के अंदर संतोषजनक जवाब न देने पर डीएम ने उक्त लाट संख्या मे आने वाले मड़ौली, मटेहना से बागे नदी जोरावरपुर गढ़ा तक मछली शिकार के लिए रोक लगा दी थी। इसके बावजूद आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए ठेकेदार मछली का शिकार करा रखा है। वही ग्रामीणों की माने तो ठेकेदार और अफसरों की मिलीभगत से मछली का शिकार किया जा रहा है।

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