फतेहपुर उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी लखनऊ द्वारा प्रायोजित एवं संस्था जन कल्याण महासमिति द्वारा संचालित लक्षित हस्तक्षेप परियोजना (टी आई)द्वारा विश्व एड्स दिवस के तत्वाधान में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन 01दिसंबर 2022 को विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी महोदय श्री सूरज पटेल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव जिला क्षय रोग अधिकारी एवं परियोजना प्रबंधक लक्षित हस्तक्षेप परियोजना को दिए गए जिस के क्रम में टीआई परियोजना द्वारा एक सप्ताह(01 दिसंबर से 6 दिसंबर 2022) का बृहद जागरूकता पखवारा कार्यक्रम जनपद के भिन्न-भिन्न स्थानों जैसे पत्थर कटा चौराहा फतेहपुर बहुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,ज्वाला गंज बस स्टेशन, जोनिहा बस स्टॉप तथा वर्मा चौराहे पर स्टाल व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पंपलेट वितरित करते हुए लगभग 4210 लोगों को जागरूक किया गया इस अवसर पर लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के परियोजना प्रबंधक ओपी तिवारी के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि एचआईवी/एड्स एक जानलेवा संक्रमण है इससे बचने के लिए जानकारी ही बचाव है एचआईवी चार कारणों से फैलता है ।1- असुरक्षित यौन संबंध बनाने से 2- संक्रमित निडिल/सिरिंज के प्रयोग से 3- बिना जांचा परखा रक्त /रक्त उत्पाद चढ़ाने से 4- एचआईवी संक्रमित गर्भवती मां से होने वाले बच्चे को। एचआईवी हो सकता है इससे बचने के लिए सदैव जांचा परखा रक्त चढ़ाएं, नई निडिल सिरिंज का प्रयोग करें, संक्रमित गर्भवती महिला का प्रसव संस्थागत ही कराएं इस तरह की जानकारियां पूरे समुदाय में लक्षित हस्तक्षेप परियोजना टीम द्वारा दी गई। जागरूकता पखवारा के समापन अवसर पर परियोजना निदेशक बीपी पांडे द्वारा लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के उद्देश्य एवं कार्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि संस्था द्वारा विगत 16 वर्षों से एचआईवी एड्स जागरूकता कार्यक्रम हेतु हॉटस्पॉट मीटिंग सीबीएस कैंप स्वास्थ्य शिविर पैरवी बैठक एवं उच्च जोखिम समूह को जिला चिकित्सालय के आई सी टी सी/डी एस आर सी से जोड़कर उनको निडिल/सिरिंज का साझा प्रयोग ना करें एवं यौन संबंधों के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करने हेतु जागरूक किया जा रहा है और इसके लिए संस्था द्वारा निशुल्क नीडल/ सिरिंज एवं कंडोम का वितरण उच्च जोखिम समूह के साथ किया जाता है और यौन संचारित संक्रमण को रोकने के लिए उनकी काउंसलिंग संस्था कार्यालय में की जाती है और संक्रमित होने वाले लोगों को जिला चिकित्सालय रिफर कर एस टी आई क्लीनिक से निशुल्क उपचार कराया जा रहा है, नाको द्वारा निर्देशित p-MPSE सर्वे के दौरान चिन्हित किए गए हाट स्पॉट मे प्रति माह समुदाय आधारित स्क्रिनिग (एच आई वी) जांच की जाती है। नुक्कड़ नाटक लक्षित हस्तक्षेप परियोजना की टीम सदस्य शगुफ्ता वसीम परामर्शदाता, विनीता मिश्रा, राजू मिश्रा प्रदीप कुमार, धीरज देवी, ओ आर डब्लू,अजमेरी, सत्येंद्र संजय सिंह, दीपिका ,मोनिका एवं अनिता पियर एजुकेटर द्वारा किया गया।

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