चस्पा नोटिस को लेकर आक्रोशित दिखे पत्रकारो ने प्रधान संघ मुर्दाबाद के लगाए नारे
अमौली विकासखंड परिसर में पत्रकारों को लेकर एक विवादित पर्चा चस्पा किया गया है जिससे क्षेत्रीय व पूरे जिले के पत्रकारों में आक्रोश पैदा कर दिया है
अमौली ब्लाक मुख्यालय में प्रधान संघ के एक अध्यक्ष के नाम से नोटिस चश्पा किया गया है जिसमें पत्रकारों को ब्लॉक परिसर में कुर्सी पर बैठने से मना किया गया है इस नोटिस में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि अगर कोई भी पत्रकार ब्लॉक मुख्यालय में कुर्सी पर बैठेगा तो उसकी बेइज्जती की जाएगी कथित प्रधान संगठन के इस फरमान के बाद क्षेत्रीय व पूरे जनपद के पत्रकारों में आक्रोश उन्हें लगता है कि यह नोटिस न केवल उनकी स्वतंत्रता पर आघात है बल्कि उनके कार्यों को बाधित करने का प्रयास है पत्रकारों का कहना है कि वह ईस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं है और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे किसी कडी में आज पत्रकारों के कई संगठन सहित हजारों पत्रकारों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपते हुए कथित प्रधान संघ जिम्मेदार खण्ड विकास अधिकारी के ऊपर कारवाई की मांग की है गई है आज ज्ञापन देने के क्रम में प्रमुख रूप से खागा प्रेस क्लब अध्यक्ष रितेश पांडे, पूर्व अध्यक्ष सरोज पांडे पवन कुमार श्रीमाली राष्ट्रीय पत्रकार सुरक्षा परिषद जिला अध्यक्ष संजय पटेल अनूप कुमार चंदन सिंह चौहान उमेश तिवारी सुनील कुमार गुप्ता हृदेश प्रताप सिंह ज्ञानेंद्र सिंह बृजेश कुमार सुशील कुमार त्रिपाठी आदि सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे
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जबकि कथित प्रधान संगठन के अध्यक्ष सत्यनारायण पटेल के खिलाफ पूर्व में कई मामले दर्ज हैं जैसे की अवैध शराब को लेकर पूर्व पुलिस अधीक्षक फतेहपुर राहुल राज के दिशा निर्देशन पर थाना अध्यक्ष चांदपुर के द्वारा अवैध शराब की छापेमारी करने पर 20 लाख की शराब बरामद की गई थी इसके अलावा पेड़ लगाने को लेकर एक जमीनी विवाद में भी कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं अगर जांच की जाए तो और भी कई हो सकते हैं बड़े खुलासे
अब बड़ा सवाल यह उठता है कि एक अपराधी किस्म का व्यक्ति को ब्लॉक परिसर में इस तरह की नोटिस चश्पा करने का अधिकार किसने दे दिया जबकि वहीं सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार अधिकारियों को आदेश पर आदेश दे रहे हैं कि पत्रकारों के सम्मान और सुरक्षा के प्रति किसी प्रकार का खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अगर एक अपराधी किस्म के व्यक्ति के द्वारा ऐसा शर्मनाक कृत्य किया गया है तो कहीं ना कहीं शासन व्यवस्था को चुनौती देने का काम किया गया है