-रात के अंधेरे में बिना नंबर प्लेट के निकल रहे ओवरलोड वाहन
-ओवरलोड वाहन निकलने से नौबस्ता रोड का निकला कचूमर
खागा। मझगवां खदान में व्यापारी कम लुटेरे अधिक सक्रिय हैं, कथित रूप से तहसील प्रशासन व पुलिस को खरीदकर अवैध खनन का खेल जमकर खेला जा रहा है। सोमवार को देखा गया कि नौबस्ता रोड पर ओवरलोड वाहनों की लाइन लगी हुई है। ओवरलोड वाहनों के चलते नौबस्ता रोड की हालत बहुत खराब है। इन दिनों उस रास्ते से निकलना मौत को दावत देने जैसा प्रतीत होता है। मौरंग खनन कारोबारी सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व का चूना लगा रहे हैं। बिना रवन्ना वह बिना नंबर प्लेट रात के अंधेरे में गाड़ियों का निकलने का सिलसिला चालू है। साथ ही खनन के लिए बने नियम कानूनों को खुलेआम रौंद रहे हैं। मौरंग माफिया जब अवैध खनन कर सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगाते है। मौरंग खनन के नाम पर खनन माफियाओं की नेता, पुलिस, प्रशासन और तथाकथित पत्रकार कम ठेकेदार जी भर कर मदद करते हैं। उनकी मदद से रात दिन खदानों में लूट मची हुई है। मौरंग निकासी के इस खेल में खाकी की भी चांदी है। पूरी रात निकल रहे बिना रवन्नना बालू लदे ओवरलोड ट्रकों से चौथ वसूलते ख़ाकीधारी प्रत्येक चौकी थाने के सामने आसानी से देखे जा सकते हैं। उदाहरण के रूप में इन दिनों सोशल मीडिया पर कई वीडियो देखे जा सकते हैं। जिसमे ओवरलोड वाहनो को देर रात वसूली के बाद निकालते हुए देखा जा सकता है। शासन ने ओवरलोड रोकने के लिए खदानो में कैमरे लगाए, धर्मकांटे लगाए मगर कैमरे बंद हैं, या कहिए बंद कर दिए गए हैं। धर्मकांटा भी पहले से सेट वेट ही बताता है। कुल मिलाकर मामला ऊपर से नीचे तक पूरा सेट है। यही वजह है कि नियम कानूनों को खनन माफिया अपने पैरों तले रौंद रहे हैं। मझगवां मौरंग खदान में पानी के अंदर से बड़ी-बड़ी बूम मशीनों द्वारा करोड़ो की मौरंग अवैध तरीके से निकली जा रही है। ओवरलोड वाहन खदान से निकलकर बमुश्किल बनी सड़कों को चौपट कर रहे हैं। रात के अंधेरे में ओवरलोड ट्रक निकल रहे हैं। जिससे राजस्व को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। खनिज अधिकारी राजीव रंजन से बात की गई तो उनका कहना था कि मझगवां खदान में अगर मानक की अनदेखी की जा रही है तो जल्द वहां जाकर छापेमारी कर कार्रवाई की जाएगी।